दास्ताँ - RJSURABHISAXENA

दास्ताँ

तुम्हारे प्यार की, दास्ताँ लिख डालूँगा 
लफ़्ज़ों में सारी, कायनात उसके नाम लिख डालूँगा 

दर्दे गम की अब इंतहा हो गयी है यारो 
ज़िन्दगी की सारी, रवायत उसके नाम लिख डालूँगा 

मुझे उसके नाम से तो मत बुलाओ अब भी 
इस जान की ये, सियासत उसके नाम लिख डालूँगा 

 #सुरभि 

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