दिल से दिल को जोड़िए
ज़िंदगी एक फ़लसफ़ा है ...
दिल से दिल को जोड़िए
दिल से दिल को जोड़िए
राह से रास्ते बनेंगे
मन से मंजिल की तरफ़
आप भी एक रोज़ तो
दर से दर को मोड़िए ....
मन से मंजिल की तरफ़
आप भी एक रोज़ तो
दर से दर को मोड़िए ....
रूप से न रंग से है
इश्क़ तेरे संग से है
नाम से मेरे कभी
ये नाम अपना जोड़िये ....
इश्क़ तेरे संग से है
नाम से मेरे कभी
ये नाम अपना जोड़िये ....
मैं मोहब्बत बनके आऊँ
तुम शरारत से ढलो
दूरियाँ सारी मिटा कर
मन से मन को जोड़िए ।।।
तुम शरारत से ढलो
दूरियाँ सारी मिटा कर
मन से मन को जोड़िए ।।।
#सुरभि
शानदार पोस्ट ... बहुत ही बढ़िया लगा पढ़कर .... Thanks for sharing such a nice article!! :) :)
ReplyDeletebhahut dhanywad
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