दुर्भाग्य दूर करने के उपाय
दोस्तों,
दुर्भाग्य जब पीछे पड़ जाता है तब आसामान से जमीन पर आने मै कुछ चन्द मिनिट ही लगते है । मुझे एक किस्सा जो मैने अखबार मै पड़ा था याद आ रहा है जो आपसे शेयर करना चाहूँगा । बात गुजरात मै आज से करीब 10 से 12 वर्ष पुरानी हो सकती है, जब भुज आदि जगह भूकम्प आया था । भुज का एक व्यापारी जिसका हीरो का व्यापार था , करोड़ो तो क्या उससे भी ज्यादा की सम्पत्ति थी, बताते हैं की जब उसके घर कोई बच्चा बिमार हो जाता तो डाक्टर भी विदेश से आता था । अचानक भूकम्प आया और उसकी दुकान,मकान और परिवार सब जमींदोज हो गए, सिर्फ वो अकेला बचा, सब एक क्षण मै समाप्त । बाद मै पता चला की शायद वो सेठ चाय का ठेला लगाकर चाय बेच रहा हैं । क्या कहोगे इसे ?
आइये दुर्भाग्य दूर के कुछ प्रयोग
करते है
🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾🐾
दुर्भाग्य और घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिये बहुत सी संस्कृतियों में कई लोगों द्वारा वर्षों से कपूर जलाया जाता है। ऐसे कपूर जलाने की प्रक्रिया को स्मजिंग कहा जाता है।
गाय कासूखाकण्डा(सुखागोबर)लेकर उसपर घी डालकर जलाये फिर कपूर की बत्ती या सूखा कपूर उस पर रखकर इसे जलाएं। इसे जलने की जगह धुआं छोड़ना चाहिए। जलते हुए कपूर का धुँआ सारे घर में फैलाने के लिए इसे लेकर सारे घर में घूमें।
इसके बाद नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकलने के लिए घर के खिड़की दरवाजे खोल दें। अगर आप चाहे तो सकारात्मक ऊर्जा को निमंत्रित करने के लिए आप थोड़ी मीठी घास भी अपने घर में जला सकते हैं। इस प्रयोग से पितृ दोष समस्या के साथ परिवार मै सुख भी आता हैं, और भाग्य के दरवाजे भी खुल जाते है ।
घर की साफ़ सफाई रोज करे
🏬🏬🏬🏬🏬🏬🏬🏬
गंदे घर में रहने से आपके घर में
सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह रुक जाता है और दुर्भाग्य और नकारात्मक भावनायें आपको घेर लेती है। यह सीधा सा काम आपमें नयी ऊर्जा भर देगा और आपको भाग्य को बुरे से अच्छा करने योग्य बनाएगा।
आप जिस तकिये पर सोते हो,उस पर कभी पाँव नही रखे क्योकि
आप उस पर जब सोते हो तब नकारात्मक ऊर्जा से आपका भाग्य दुर्भाग्य मै बदल जाता है । साथ ही घर के बिस्तर की चादर भी हर 3 से 4 दिन मै बदल लिया कीजिये ।।।।
Post a Comment