एक कमरा है ... एक मैं हूँ - RJSURABHISAXENA

एक कमरा है ... एक मैं हूँ



एक कमरा है 

एक मैं हूँ 
कुछ किताबें है 
तेरी ख़ामोशी में 
मेरी कुछ बातें हैं 
मैं कहती हूँ यहाँ 
तू सुनता है वहां
कुछ ही दूरी है 
जाने क्या मज़बूरी है 
एक कमरा है 
एक मैं हूँ 
कुछ गीत है 
एक तू ही तो मेरा मीत है 
चल साथ में आ जा तो 
ज़िंदगी रंगीन है 
बस आगे जीत ही जीत है .......

No comments

RJ Surabhii Saxena. Powered by Blogger.