आओ बाँट ले, हम दुःख आधे आधे ...
आओ बाँट ले, हम दुःख आधे आधे
दुनिया में कहाँ, अब लोग सीधे साधे......
वो गुलाबी सुबह और तेरा जागना
अँखियों का नशा, कहना क्या भला
वो कहता रहा, मैं सुनता रहा हाँ
उसकी कहीं के है वायदे आधे आधे!!
आओ बाँट ले, हम दुःख आधे आधे
दुनिया में कहाँ, अब लोग सीधे साधे.....
एक पल ही लगा और वो संभल गया
मेरे पहलू से होकर वो निकल गया
मुस्कुराया मगर, वो एक अंदाज़ से,
बचाया दिल हमने, कहके राधे राधे !!
आओ बाँट ले, हम दुःख आधे आधे
दुनिया में कहाँ, अब लोग सीधे साधे.....
#सुरभि
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