हर पल प्रतिपल मुस्कान लिए !!!! - RJSURABHISAXENA

हर पल प्रतिपल मुस्कान लिए !!!!



दिल्ली का दिल छोटा हो गया है या मेरा दाना पानी कहीं और ले जाने के लिए षडयन्त्र रच रहा है ?

मैं लड़ तो रही हूँ.. जीने कि चाह  में, फिर न जाने  किस ड़र से ये चेहरा सियाह हो रहा है ?

"याद है वो कहानी जहाँ चांदनी नाम कि बकरी शेर से लड़ती है और मर कर भी उसके चेहरे पर मुस्कान होती है"

इस शेर जैसी खूँखार ज़िन्दगी से लड़ रही हूँ मैं - हर पल प्रतिपल मुस्कान लिए !!!!

सुरभि



No comments

RJ Surabhii Saxena. Powered by Blogger.