ग़र तुम मिल जाओ तो ....
तुम मिल जाओ तो .... ये जुगनू रात वाले ..सुबह की पहली किरण बन जायेंगे
ये रात रानी ... सुरभित गुलाब बन ... पल पल महकाएँगे ...
तुम मिल जाओगे तो .... ये नयन खुशियों से भर जायेंगे
शायद मैं रो भी पंडू .. इस बारिश में हम भीगेंगे ..भीगोयेंगे
तुम मेरे शब्दों को जो छू लो ... वो कुछ शब्द मेरे गीत बन जायेंगे
ग़र तुम आ जाओ ... हम मिल कर सुर संगीत गायेंगे
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