शाम की तरह, ख़ूबसूरत तेरी मुस्कराहट है तू हो न हो, हर पल तेरे आने की आहट है लाखों उम्मीदों से बाबस्ता रहती है सनम ख़ुशबू की तरह फैले, ऐसी तेरी शर्माहट है !!!!!
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बहुत खूब .जाने क्या क्या कह डाला इन चंद पंक्तियों में
ReplyDeleteख़ुशबू की तरह फैले, ऐसी तेरी शर्माहट है
ReplyDeleteइन पंक्तियों ने दिल छू लिया... बहुत सुंदर ....रचना....