मायने बदल गये
रिश्ते मेरे हाथ से कुछ यूँ फ़िसलते गए जैसे की लहरों में ..रेत के घर बदल गए ..
मैं न बदली, वक़्त न बदला,फिर भी रिश्तों के मायने बदल गये ..
कहते हो हमें कि हम तुम को बड़ा मानते है , कुछ ज़्यादा ही हमें जानते हो
फिर क्यों बदल दिए यूँ रिश्ते ,हँस कर प्यार को मेरे दोस्ती कहकर बदल गए ....
Surabhi
Post a Comment