मेरी सदा
जाओ कहाँ जाओगे तुम,मेरी परछाई को वहाँ पाओगे तुम ,
दूर रहना मुमकिन ही नहीं,मेरी सदाओं को सुन पाओगे तुम..
एक तेरे लिए हमने भी किसी रोज़ तोड़ के,घर छोड़ के चलना सीखा
मुझ से अलग और कहीं कोई और ताना बना बुन पाओगे तुम ...
जाओ कहीं भी हर ओर हर बार ....मेरी सदाओं को सुन पाओगे तुम..
सुरभि सक्सेना
एक तेरे लिए हमने भी किसी रोज़ तोड़ के,घर छोड़ के चलना सीखा
मुझ से अलग और कहीं कोई और ताना बना बुन पाओगे तुम ...
जाओ कहीं भी हर ओर हर बार ....मेरी सदाओं को सुन पाओगे तुम..
सुरभि सक्सेना
1 '' door tk aapke pichhe 2 meri aawaz chli jayegi''
ReplyDelete2 ''mera saya sath hoga ''dono gano ki yaad dilati aapki kavita .
hmari rchnao me hmari chhap honi chahiye talented ho .
apni pahchan banao
''v.nice ,beautiful,sunder rachna ''likhne wale hmare marg darshk ya bhla sochne wale nhi hote . apni pratibha ka pura upyog karo kyu shbdon ke her fer se apni kavita bnai jaye.
ishwar ne jo aapko 'talent' diya hai wo hr kisi ko nhi deta.
dil dukha ho to maaf kar dena mujhe
main janti hun apne liye koi negetiv likhe ya btaye ,koi psnd nhi karta par beta hm apne aap ko tbhi to improv kar payenge
ReplyDeletekya mere negetiv views ko publish karne ka sahs tum me hai?
सुरभि
ReplyDeleteतुम्हे 'प्रणाम 'करने की इच्छा हो रही है
अपने बारे मे किसी भी प्रकार के 'नेगेटिव व्यूज़' कोई पसंद नही करता
तुमने उन्हें स्वीकार hi नही ,पब्लिश भी किया
इसके लिए बहुत हिम्मत, साहस की जरूरत होती है
मैं 'हेंस क्रोनिए और क्लिंटन को सम्मान देती हूँ
कितने लोगो मे ये हिम्मत होती है ?
दुनिया के सामने ,अपने प्रियजनों के सामने सत्य स्वीकारना इतना आसान नही होता
बहुत खूब बेटा ,जियो,लेखनी को धार दो
इंदु पुरी गोस्वामी
chittor garh (राजस्थान)
जी बिलकुल सही कहा आपने की सच का सामना करना साहस का काम है
ReplyDeleteआपने मुझे पसंद किया इसके लिए धन्यवाद और एक रास्ता दिखाया उसके लिए दिल से शुक्रिया