मैं उम्र भर के शूल ले आया हूँ ..... - RJSURABHISAXENA

मैं उम्र भर के शूल ले आया हूँ .....


मैं मोहब्बत में, तेरी सब भूल आया हूँ...
तमन्ना फूलों की थी, मैं उम्र भर के शूल लाया हूँ 

सहेजा हरेक चीज़ को बड़ी खूब-बहुत बेहतर,
क्या कहू, मैं अपना दिल ही कहीं पे भूल आया हूँ 

दिल के बदले जान मांगी, वो भी बड़ी हिम्मत,
अपना दिल, मैं उस ज़ालिम के हाथों तौल आया हूँ 

एक मोहब्बत ही नहीं, आरजू अपनी रही बस 
और भी कुछ कारनामे, अपने पीछे रोल आया  हूँ 

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RJ Surabhii Saxena. Powered by Blogger.