भरम - RJSURABHISAXENA

भरम

जो टूटा है,उसे टूटा टूटा-बिखरा ही रहने दो ,
जो जोड़ भी दोगे तो ,टूटे टूटे चेहरे होंगे ,टूटा हुआ एक रिश्ता होगा
जो दिल को कभी न भायेगा ,जो मन को रुला के जायेगा
बिखरे हुए टुकडों में हम तुमको कहीं खोजेंगे,तुमको कभी तो पा लेंगे ये भरम तो रह जायेगा
ये भरम तो रह जायेगा,कि कोई तो है कहीं तो है,वो कभी तो हमें भी मिल जायेगा
टूटे हुए टुकडों में तुमको खोजेंगे तो ये भरम तो रह जायेगा

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