इश्क - RJSURABHISAXENA

इश्क

इश्क की तंग गलिया और इश्क आपका
कुछ न माँगेंगे खुदा से मिल जाये जो संग आप का
तेरी दुनिया में बता इश्क का मतलब है क्या
दिल मिलालें आप से या ये रंग है जुदाई का


ज़िन्दगी के इस सफ़र में कुछ मिले या न मिले
बस प्यार का एक सौदा करेंगें,और चाहे हर अंश आप का
आप को लगता है अगर मेरा प्यार मुश्क़िल बहुत

या वफ़ा से ही निभा दो या ढाल लो जो भी सितम हो आप का

इश्क़ से भी परे है माँ की ममता और ये वतन
जिस के साये में पले है दुष्ट भी और देवता भी॥
किसी ने किया है प्यार और कोई ले बैठा बिसात
अब देखते है...कौन किस को पूजता है,ये वक्त कह देगा मेरा और आपका

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