Interesting Facts about JaaT - जाट दोस्त जैसा दुनिया में कोई नहीं होता - जाटों के बारे में रोचक तथ्य - RJSURABHISAXENA

Interesting Facts about JaaT - जाट दोस्त जैसा दुनिया में कोई नहीं होता - जाटों के बारे में रोचक तथ्य

Image result for jaat

JAT Interesting Facts - जाटों के बारे में रोचक तथ्य




1. जाट शब्द की उत्पत्ति संस्कृत भाषा के ज्ञात शब्द से हुई हैं.


2. Haryana की कुल आबादी का 27% जाट हैं.


3. अगर जाट आपका दोस्त बन जाए, तो आप एक और बोली सीख जाते हैं.


4. जाट भाई के साथ होने पर आपको पंगे के लिए किसी विशेष मौके की तलाश नहीं करनी पड़ती. पंगे तो बस यूं ही हो जाया करते हैं.


5. हरियाणा में 69% “Pistol license” जाटो के नाम पर हैं.


6. अधिकतर लोग जाट की लट्ठमार बोली के कारण उनसे कन्नी काटते हैं. मगर एक बार जो वे दोस्त बन जाएं तो समझ में आता है कि वे दिल के बेहद साफ़ होते हैं.


7. JAT दोस्त बनने के बाद आप तरह-तरह के म्यूजिक सुनने लगेगें, Like : Haryanvi Song.


8. जाट अपने जाटपने को लेकर बहुत सजग रहते हैं, और समय-समय पर अपनी Identity जगजाहिर करने से बाज़ नहीं आते.


9. स्पोर्ट्स तो जैसे जाटों के ख़ून में होता है. जाटलैंड का हर एक बच्चा स्पोर्ट्स का शौकीन होता है. अपणा सहवाग याद है न!


10. JAT यारों के यार होते हैं, कभी भी किसी को गच्चा नहीं देते. अगर एक बार ज़ुबान दे दी, तो फ़िर वे ख़ुद की भी नहीं सुनते.


11. सिचुएशन चाहे जो भी हो वे जोक्स क्रैक करने के लिए तो जैसे तैयार ही होते हैं. और उनकी बातों में तो जैसे ह्यूमर की भरमार होती है.


12. JAT दोस्तों के लिए जान दे भी सकते हैं, और जान ले भी सकते हैं. अब इस पर मुझे कुछ नहीं कहना. जिनके जाट दोस्त हैं वे बेहतर समझ सकते हैं. और जिनके नहीं हैं वे जल्दी से जल्दी बना लें.


13. खेती से लेकर सेना तक, जाट हर जगह पाये जाते हैं और वे अपनी नौकरी के बजाय अपने काम से मोहब्ब्त करते हैं. इसलिए तो जाट हमेशा हैप्पी-हैप्पी होते हैं.


14. जाट ड्रिंक्स और पार्टी के लिए तो हमेशा ही तैयार रहते हैं, पार्टियों की रौनक भी तो उनसे ही होती है.


15. JAT दिखने में बड़े हैंडसम होते हैं, अब लड़कियां ऐसे ही उनकी दीवानी थोड़े न होती हैं.





16. जहां तक मेरा ख्याल हैं, सबसे कम Please, Sorry और Thank you जाट ही बोलते हैं.


17. यदि आपका दोस्त जाट हैं, “TRUST ME YOU ARE LUCKY!”


No comments

RJ Surabhii Saxena. Powered by Blogger.