जादुई तरीके से मोटापा को कम करने का आसान तरीका - १ हफ़्ते में ५ से ७ किलो तक कम करें - RJSURABHISAXENA

जादुई तरीके से मोटापा को कम करने का आसान तरीका - १ हफ़्ते में ५ से ७ किलो तक कम करें


दोस्तों आज हम बतायेंगे की 1 हफ़्ते में 5 से 7 किलो कम कर सकते हैं बस थोड़ा सा अपने खान पान में बदलाव से ये जल्द हो सकता है -

आइये आपको बताते है कि सहजन जिसे ड्रमस्टिक कहते है कैसे उससे मोटापा कम कर सकते है बिल्कुल जादुई तरीके से सहजन या ड्रमस्टिक फली के फायदे हम आपको बताते हैं

सहजन या ड्रमस्टिक को मोरिंगा भी कहते हैं मोरिंगा के टेबलेट्स आप अमेज़न से भी खरीद सकते हैं क्लिक करके खरीद लें



यह है क्या और इसका उपयोग क्या है इसके फायदे क्या है,



इसका वनस्पतिक नाम मोरिंगा है सहजन लगभग हर घर में खाया जाता है, इसके पेड़ भी आपको हर जगह मिल जाएंगे, इस पेड़ के बहुत सारे फायदे हैं जी हां 300 से भी अधिक रोगों में फ़ायदा मिलता है

सहजन के पत्तों में प्रोटीन अमीनो एसिड बीटा कैरोटीन विभिन्न तत्व पाए जाते हैं इन पत्तियों को ताजा पाउडर के रूप में भोजन के पूर्व के रूप में इस्तेमाल किया जाता हैे

सहजन के पौधे में जड़ से लेकर, फूल पत्तियों तक में सेहत के गुण भरे हुए हैं इस के ताजे फूलों का इस्तेमाल हर्बल टॉनिक बनाने में क्या जाता है मुनगा की छाल का उपयोग गोंद बनाने में किया जाता है



अगर दर्द की बात करें तो दर्द को कम करने वाले गुणों के कारण इसे मोरिंगा भी कहा जाता है

दर्द से राहत दिलाने के कई आयुर्वेदिक तेल भी एक घटक रूप में इस्तेमाल किया जाता है, इसकी पौष्टिकता और गुणों के कारण इसकी अफ्रीका के उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में सहजन की खेती की जाती है, वात जैसी बीमारी हो नेत्ररोग जैसी बीमारियों में फायदेमंद होता है सहजन का पेड़ सहजन की पत्तियां सहजन का फूल और सहजन की फलियां सभी फायदेमंद है



सहजन के फायदे

आपको बताते हैं कि किन बीमारियों में काम आता है
सहजन के फायदे उच्च रक्तचाप को कम करते हैं
हाई ब्लड प्रेशर में काम आता है
ड्रमस्टिक मोटापे में सबसे ज्यादा लाभदायक है

मोरिंगा यानी सहजन के गुण त्वचा को जवान रखते हैं और इसके फायदे है कि ये पाचन समस्याओं को भी दूर करते हैं सिर दर्द को दूर करते हैं

ड्रमस्टिक के फायदे शुक्राणुओं की संख्या याने स्पर्म काउंट भी बढ़ाते हैं इसके अलावा अन्य फायदे भी है
सहजन के फायदे की बात करें उच्च रक्तचाप पीने हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसकी पत्तियों का रस निकालकर काढ़ा बनाकर अगर हम दे तो इसको पीने से घबराहट दूर होती है चक्कर आना उल्टी में राहत मिलती है

अगर बच्चों की बात की जाए तो बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है सहजन की फलियों में कैल्शियम पाया जाता है जो बच्चों के लिए बहुत फायदेमंद है जिससे हड्डियां दाँत दोनों मजबूत बनते हैं



गर्भवती महिलाओं को देने से उनके होने वाले बच्चों में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है शिशु तंदुरुस्त होता है इसमें लोहा मैग्नीशियम फॉस्फोरस की भी उचित मात्रा पाई जाती है जिससे शिशु तंदुरुस्त होता है

इसके साथ ही लोहा मंडी में फास्फोरस की उचित मात्रा पाई जाती है जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करती है 

मोटापे में सबसे ज्यादा लाभ देति है सहजन की पत्तियां
एक्स्ट्रा चर्बी को मोरिंगा दूर करता है उसके लिए लाभदायक औषधि माना गया है
इस में फास्फोरस की मात्रा पाई जाती है जो  शरीर की अतिरिक्त कैलोरी को कम करती है
वसा को कम करके मोटापा कम करने में सहायता करती है
सहजन की पत्तियों के रस के सेवन से मोटापा धीरे-धीरे कम होने लगता है इसके साथ ही आप इस की गोलियां भी खा सकते हैं जिनको मोरिंगा टेबलेट कहा जाता है
सहजन की पत्तियों में सहजन में विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो सुंदरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
सहजन के तेल का प्रयोग सुंदरता प्रणाली के लिए किया जाता है ये तेल लगाने से त्वचा हमेशा चमकदार है
ड्रमस्टिक में लोहा पाया जाता है जो खून साफ करता है
चेहरे पर लगाने से पिंपल्स खत्म होते हैं



त्वचा की सुंदरता बनी रहती है मोरिंगो के फायदे अगर देखा जाए तो पाचन तंत्र से भी जुड़े हुए हैं मोरिंगा ओलिफेरा का उपयोग करने से पाचन से जुड़ी सभी समस्याएं जैसे हजार दस्त पेचिश पीलिया को कोलाइटिस दूर किए जा सकते हैं

और इसकी पत्तियों के एक चम्मच में चम्मच पानी मिलाकर पीने से सभी लोगों में आराम मिलता है
जिससे गुर्दे और मूत्राशय में जमी पथरी भी पिघल कर निकल जाती है

सिर दर्द को दूर करने हैं इसके बीच मोरिंगा के पत्तों का पेस्ट घाव पर लगाया जाए तो
सिर दर्द से राहत देता है, सहजन के फ़ल का इस्तेमाल शुक्राणु की संख्या में गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए किया जाता है

पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने वीर्य को गाढ़ा करने में मदद करता है
महिलाओं की अगर बात की जाए तो सहजन का सेवन महावारी संबंधित परेशानियों से भी बचाता है, यानि कि दोनों के लिए फायदेमंद है चाहे महिला हो या पुरुष हो
मुनगा के अन्य और फायदे हैं इसकी पत्तियों के रस को निकालकर कान में डालने से कान का दर्द दूर हो जाता है
क्योंकि सहजन की पत्तियों में विटामिन सी पाया जाता है इसलिए सर्दी जुखाम जैसे छोटी बीमारी में भी दवा का काम करता है सहजन की पत्तियों को पीसकर सिर पर लगाने से माइग्रेन दूर होता है उस की फली के सेवन से खून साफ होता है




आंखों की रोशनी तेज होती है सहजन की पत्तियों को सुखाकर चटनी बनाई जाती है जो आंखों के रोग के लिए बहुत ही लाभकारी होती है सहजन की फली का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं को डिलीवरी के वक्त ज्यादा दर्द नहीं होता

पैरों में अगर मोच आ गई है तो ऐसे में सहजन की पत्ती को सरसों के तेल में पकाकर लगाएं फायदा मिलता है अध्ययनों से यह भी पता चला है कि मधुमेह को कम करने पर एंटी ऑक्सीडेंट का प्रभाव देने का काम करता है यह मोरिंगा यानी सहजन ड्रमस्टिक पेट में कीड़ों को कम करने के लिए उपयोग में लाए जाते हैं और कफ का संतुलन बनाए रखता है

कब और क्यों न प्रयोग करें



ये जलन में वृद्धि का कारण बनता है, गैस्ट्रिक और संवेदनशील पेट वालों को इस की सब्जी का प्रयोग नहीं करना चाहिए

मासिक धर्म के समय प्रयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि वात बनता है
ब्लीडिंग डिसऑर्डर के दौरान इसको लेना अच्छा नहीं माना जाता
सहजन फल प्रोटीन विटामिन और खनिज एंटीआक्सीडेंट से भरपूर है इसलिए गर्भावस्था के दौरान इस्तेमाल किया जा सकता है

लेकिन सहजन के पत्ते जड़ की छाल फूलों को गर्भावस्था के दौरान नहीं लेना चाहिए
हालांकि प्रसव के कुछ हफ्ते बाद इसका प्रयोग किया जा सकता है


मोरिंगा यानी सहजन में 300 रोगों को दूर करने की चमत्कारी शक्ति है यह रामबाण औषधि है सौ ग्राम सहजन में पांच गिलास दूध के बराबर शक्ति होती है,छाल का उपयोग गठिया में फ़ायदा देता है, 72 प्रकार के वायु विकार को दूर करता है, मोटापा दूर करने में बहुत ही मदद रखता है

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