स्पेनिश कवि पाब्लो नेरुदा की कविता *"You Start Dying- Slowly"* - RJSURABHISAXENA

स्पेनिश कवि पाब्लो नेरुदा की कविता *"You Start Dying- Slowly"*

*आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
*अगर आप,*
करते नहीं कोई यात्रा;
पढ़ते नहीं कोई किताब;
सुनते नहीं जीवन की ध्वनियाँ;
करते नहीं किसी की तारीफ़;
*आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
*जब आप,*
मार डालते हैं अपना स्वाभिमान;
नहीं करने देते मदद अपनी और न ही करते हैं मदद दूसरों की;
*आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
*अगर आप,*
बन जाते हैं गुलाम,अपनी आदतों के;
चलते हैं रोज़,उन्हीं रोज़ वाले रास्तों पे;
नहीं बदलते हैं,अपना दैनिक नियम व्यवहार;
नहीं पहनते हैं अलग-अलग रंग,या आप नहीं बात करते उनसे,जो हैं अजनबी अनजान;
*आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
*अगर आप,*
नहीं महसूस करना चाहते आवेगों को,
और उनसे जुड़ी अशांत भावनाओं को;
वे जिनसे नम होती हों आपकी आँखें,
और करती हों तेज़ आपकी धड़कनों को;
*आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
*अगर आप,*
नहीं बदल सकते हों अपनी ज़िन्दगी को;
जब हों आप असंतुष्ट अपने,
काम और परिणाम से;
अग़र आप अनिश्चित के लिए नहीं छोड़ सकते हों निश्चित को;
अगर आप नहीं करते हों पीछा किसी स्वप्न का;
अगर आप नहीं देते हों इजाज़त खुद को,
अपने जीवन में कम से कम एक बार,किसी समझदार सलाह से दूर भाग जाने की;
*तब आप धीरे-धीरे मरने लगते हैं!*
(स्पेनिश कवि,पाब्लो नेरुदा)

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