गायत्री’ मंत्र का हरदिन जाप, दिलाता है आपको ये महालाभ
‘गायत्री’ मंत्र का हरदिन जाप, दिलाता है आपको ये महालाभ
गायत्री मंत्र:- ॐ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्।
इस मंत्र का जाप एक ऐसा उपाय है जिससे लगभग हर प्रकार की समस्या को दूर किया जा सकता है। सभी शास्त्रों में मंत्रों को बहुत ही शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है। लेकिन सभी मंत्रों में ‘गायत्री मंत्र’ को वेदों का सर्वश्रेष्ठ मंत्र बताया गया है। गायत्री मंत्र चार वेदों से आया है और ये 24 शब्दांशों से बना है। जो सीधे आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। गायत्री मंत्र के जाप से नहीं बल्कि इसे सुनने मात्र से ही आपके स्वास्थ्य को कई प्रकार से लाभ पहुंचते हैं। जर्मन वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर कोई व्यक्ति मंत्र का जाप नहीं भी करे, सिर्फ सुन भी ले तो भी उसके शरीर पर इसका प्रभाव पड़ता है।
भगवान सूर्य की स्तुति में किए जाने वाले इस मंत्र का अर्थ ….
गायत्री मंत्र के पहले नौ शब्द प्रभु के गुणों की व्याख्या करते हैं…आइए जानें कैसे।
ॐ = प्रणव
भूर = मनुष्य को प्राण प्रदाण करने वाला
भुवः = दुख़ों का नाश करने वाला
स्वः = सुख प्रदाण करने वाला
तत = सूर्य की भांति उज्जवल
वरेण्यं = सबसे उत्तम
भर्गो = कर्मों का उद्धार करने वाला
देवस्य = प्रभु
धीमहि = आत्म चिंतन के योग्य
धियो = बुद्धि,
यो = जो,
नः = हमारी,
प्रचोदयात् = हमें शक्ति देने वाला (प्रार्थना)
यानी उस प्राणस्वरूप, दुःखनाशक, सुखस्वरूप, श्रेष्ठ, तेजस्वी, पापनाशक, देवस्वरूप परमात्मा को हम अन्तःकरण में धारण करें। वह परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे।
💐🙏 ऊँ नमः शिवाय 🙏💐
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