नव दुर्गा के नौ स्वरुप - RJSURABHISAXENA

नव दुर्गा के नौ स्वरुप

नवदुर्गा- एक स्त्री के पूरे जीवनचक्र का बिम्ब है नवदुर्गा के नौ स्वरूप !

1. जन्म ग्रहण करती हुई कन्या "शैलपुत्री" स्वरूप है !

2. कौमार्य अवस्था तक "ब्रह्मचारिणी" का रूप है !

3. विवाह से पूर्व तक चंद्रमा के समान निर्मल होने से वह "चंद्रघंटा" समान है !

4. नए जीव को जन्म देने के लिए गर्भ धारण करने पर वह "कूष्मांडा" स्वरूप है !

5. संतान को जन्म देने के बाद वही स्त्री "स्कन्दमाता" हो जाती है !

6. संयम व साधना को धारण करने वाली स्त्री "कात्यायनी" रूप है !

7. अपने संकल्प से पति की अकाल मृत्यु को भी जीत लेने से वह "कालरात्रि" जैसी है !

8. संसार (कुटुंब ही उसके लिए संसार है) का उपकार करने से "महागौरी" हो जाती है !

9 धरती को छोड़कर स्वर्ग प्रयाण करने से पहले संसार मे अपनी संतान को सिद्धि (समस्त सुख-संपदा) का आशीर्वाद देने वाली "सिद्धिदात्री" हो जाती है !

No comments

RJ Surabhii Saxena. Powered by Blogger.