भूल पाओ तो भूल जाओ

वो आँखें, वो बातें, वो नग़्मे, वो रातें
उन हाथों की नर्मी, वो रिश्तों की गर्मी
संग मेरे हँसना । वो आँखों में बसना ।
हाँ भूल पाओ तो भूल जाओ ।।।
यकीन मेरा टूटा । जहाँ तेरा छूटा
कुछ सपन मेरे टूटे । कहीं कुछ मुझमें रूठा
चलो अब रुकेगा । तू कहीं तो झुकेगा
मिलेगा नहीं अब । रब सुनेगा नही अब ।
अश्क़ मेरे बहेगा तो तू ख़ुश कैसे रहेगा
अच्छा हुआ यक़ीन मेरा टूटा । जहाँ तेरा छूटा ....
#Surabhi
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