प्राण भरता है - RJSURABHISAXENA

प्राण भरता है

ये जिस्म की गर्मी है या क़ुदरत का करिश्मा 
कौन फुटपाथ पे सोये हुओं में, जान भरता है....

भूखी प्यासी फूल सी, बच्चियों को हम देखते
कौन इन सूखे तनों और मनों में, प्राण भरता है ...

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