वो मेरे दिल के दरवाजे पे आकर भी लौट गया सा लगता है
दिल के करीब है वो . पर हर बार मन तनहा सा लगता है
हाले दिल ख़ुद व ख़ुद ज़ाहिर हो उठता है बेताब हो कर ये मेरे हमदम
जब भी ज़रा सा ज़िक्र उस नाम का हो उठता है :))
दिल के करीब है वो . पर हर बार मन तनहा सा लगता है
हाले दिल ख़ुद व ख़ुद ज़ाहिर हो उठता है बेताब हो कर ये मेरे हमदम
जब भी ज़रा सा ज़िक्र उस नाम का हो उठता है :))
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