सपने मेरे - RJSURABHISAXENA

सपने मेरे

बसते हैं , किसी और की आँखों में सपने मेरे  
जो कहते भी नहीं, की वो है बस दिलबर मेरे
उन आँखों में डूब के मर जाने को जी करता है
बस एक रात शमां बन जीने की तमन्ना रखते हैं
बस सुबह होने से पहले परवाना बन मर जाने को जी करता है

2 comments:

  1. बहुत ही सुंदर पंक्तियाँ....

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  2. Hello,

    I am gr8 fan of FM gold and as a RJ you are the best as compare to stupid and silly RJs of other FM.

    Vishal

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