हाथ आओ कभी
हाथ आओ कभी तो एक लाइन लिखूं हाथ पर तेरे ...
तुझको अपने किस्मत की हथेली पर सजा लूं मैं
तुझको अपने किस्मत की हथेली पर सजा लूं मैं
जो कभी सपनों में हुआ करते थे उनको तक़दीर का हक़दार बना लूं मैं
आजा कभी पलकों पर अपनी नींदें सजा लूं मैं .तुझको अपना बना लूं मैं
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