तसल्ली - RJSURABHISAXENA

तसल्ली

कभी मिलने का बहाना खोजो
कभी हँसने की तसल्ली दे दो

कभी खुद से पहचान करा दो

ये मेरे साथी मुझ से मिलकर
मुझे अपना बना लो

2 comments:

  1. बस एक बार जिद मान भी लो,
    मै कैसा हूं, यह जान भी लो,
    तुझ बिन सूना है जग सारा,
    तु जीत समझ, ले मैं ही हारा,
    आ पास ज़रा अहसास दिला,
    मेरे जीने का विश्वास दिला,
    समेट ले खुद में ही कहीं,
    ज़िंदगी मेरी कहीं और नहीं…

    prem kee chramotkarsh tak pahunchee huee rachnaa thee aapki... qaabil-e-taareef

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  2. thnks ji ..bahut khoob likha hai aap ne ............

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