बस एक बार जिद मान भी लो, मै कैसा हूं, यह जान भी लो, तुझ बिन सूना है जग सारा, तु जीत समझ, ले मैं ही हारा, आ पास ज़रा अहसास दिला, मेरे जीने का विश्वास दिला, समेट ले खुद में ही कहीं, ज़िंदगी मेरी कहीं और नहीं…
prem kee chramotkarsh tak pahunchee huee rachnaa thee aapki... qaabil-e-taareef
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बस एक बार जिद मान भी लो,
ReplyDeleteमै कैसा हूं, यह जान भी लो,
तुझ बिन सूना है जग सारा,
तु जीत समझ, ले मैं ही हारा,
आ पास ज़रा अहसास दिला,
मेरे जीने का विश्वास दिला,
समेट ले खुद में ही कहीं,
ज़िंदगी मेरी कहीं और नहीं…
prem kee chramotkarsh tak pahunchee huee rachnaa thee aapki... qaabil-e-taareef
thnks ji ..bahut khoob likha hai aap ne ............
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