दिल का पंछी - RJSURABHISAXENA

दिल का पंछी



कभी कभी मेरे दिल का पंछी दूर गगन मैं उड़ जाता है
सातरंगी सपनो कि दुनिया के सपने चुन कर लाता है
सपने सच हो जाये तो कभी हमे मिले जाये तो
तब क्या हम उस को गले लगा लेंगे 
या उन लोगो को याद करेंगे जिन को कुछ भी मिला नही 
प्यार का फूल जहा खिला नही 
चलो एक प्यारा सपना उन को दे दे 
वो भी एक सपना देखे और खुशियों से दामन भर ले 

सुरभि

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